उद्येश्य की पूर्ति
नमस्कार संजीव भाई...!
आपने 'गुरतुर गोठ' में ब्लॉग सदस्यता देकर उपकृत किया
इस हेतु आपको धन्यवाद देना मेरी कृपणता होगी.
इस विश्वास का ऋण कहें या मूल्य की भरपाई आपके उद्येश्य की पूर्ति में
सहायक बनकर ही की जा सकेगी, ऐसा मेरा मानना है......शनैः शनैः आपके कार्यों से परिचित हो रहा हूँ..... तो 'chhattisagarhiya' से स्नेह वर्धित हो रहा है।ब्लॉग सदस्यता ग्रहण कर लिया है .......
स्नेह बनाये रखें....
समीर.....
http://manorath-sameer.blogspot.com/
http://www.gurturgoth.com/
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